अधिदेश

  • जैव प्रौद्योगिकी के उपयोग को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देना।
  • जीवविज्ञान उत्पादकों के लिए अनुसंधान एवं विकास में सहयोग।
  • स्वायत्त संस्थानों की जिम्मेदारी।
  • विश्वविद्यालय और उद्योग के बीच ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना।
  • उत्कृष्ट अनुसंधान एवं विकास केंद्र स्थापित करना।
  • मानव संसाधन विकास के लिए एकीकृत कार्यक्रम।
  • विशिष्ट अंतरराष्ट्रीय सहकार्य में केन्द्र के रूप में सहयोग करना
  • अनुसंधान, विकास और उत्पादन के लिए बुनियादी सुविधाओं की स्थापना।
  • जैव सुरक्षा दिशा-निर्देशों को तैयार करना, कोशिका आधारित टीकों का विनिर्माण एवं अनुप्रयोग करना
  • जैव प्रौद्योगिकी से संबंधित जानकारियों के संग्रह और प्रसार में